खोरीबाड़ी : पानीटंकी नेपाल सीमा के पास स्थित गोंडोगोल जोत में विश्व योग दिवस मनाया गया।
साथ ही सूर्या फाउंडेशन द्वारा सात दिवसीय योग शिविर का समापन भी हुआ। इस अवसर पर सोबिन्दो बर्मन ने बताया कि योग भारत की प्राचीन विद्या है।
इस विद्या का अनुसरण पूरा विश्व कर रहा है। भारत के प्रयासों से आज से 7 वर्ष पूर्व संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता प्रदान कि जिसके कारण भारत तथा भारतीय संस्कृति का प्रभाव विश्व भर में बढ़ा है।
आज विश्व के अनेक देशों में भारत के योग विशेषज्ञों की काफी मांग बढ़ रही है। विश्व योग दिवस के अवसर पर योग प्राणायाम आसनों का भी अभ्यास करवाया गया तथा योग करते समय क्या क्या सावधानी रखना है।
किस आसन का क्या लाभ है। इसके बारे में भी जानकारी दी गई इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ग्राम वासियों के साथ सोबिन्दो बर्मन सहित अनेक युवा और युवती।
ब्यूरो रिर्पोट : रोज खबर दुनियां।
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