खोरीबाड़ी : भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 41वीं वाहिनी के जवानों ने शनिवार को पांच घंटे से भी कम समय के भीतर दो अलग-अलग कार्रवाइयों में म्यांमार के छह संदिग्ध छात्रों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार किए गए छात्रों की पहचान माजी मेयो हटोइली (26), लांघ नगेह न्यांग (28), नव थांग (27), फ्रांसिस तावक लियन संग (20), वन जा लियन (20), और रोलैंड नवल ट्लिंग लियन (23) के रूप में हुई है।
एसएसबी सूत्रों के अनुसार, ये सभी छात्र वर्ष 2022-23 के दौरान बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत के मिजोरम राज्य में अवैध रूप से प्रवेश कर गए थे।
चौंकाने वाली बात यह है कि इनके पास भारत में बने फर्जी दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड (ज्यादातर दिल्ली में बनाए गए), वोटर आईडी और एक छात्र के पास पैन कार्ड भी पाया गया है।
इन सभी छात्रों ने नागालैंड के वोखा जिले में स्थित विटर थियोलॉजिकल कॉलेज वांकहोसिंग में धर्मशास्त्र की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया था और वे वर्ष 2023 से वहीं रह रहे थे। छुट्टियों के दौरान वे कॉलेज के अन्य भारतीय और नेपाली छात्रों के साथ सिलीगुड़ी घूमने आए थे।
शनिवार को जब इन छह छात्रों में से तीन अन्य छात्रों के साथ नेपाल स्थित बिरतामोड़ के हैप्पी लैंड एडवेंचर पार्क जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी पानीटंकी बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) पर तैनात एसएसबी की बीआइटी टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
तीन भारतीय नागरिकों की पहचान नागालैंड के निवासी होने पर उन्हें छोड़ दिया गया। इसके कुछ ही घंटों के भीतर बीओपी पानीटंकी की टीम ने शेष तीन म्यांमारी छात्रों को भी दो अन्य समूहों से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार सभी छात्रों को स्थानीय खोरीबाड़ी थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। रविवार को सभी को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया जाएगा।
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