नक्सलबाड़ी : अखिल भारतीय कृषक सभा ने गुरुवार को पानीघाटा मोड़ से जुलूस निकालकर नक्सलबाड़ी भूमि विभाग को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में किरायेदारों को उनकी जमीन पर खेती करने का अधिकार देने, हाथीघीसा और गोंसाईपुर क्षेत्र में प्लॉटिंग के कारण बंद किए गए कृषि नालों को खोलने, तथा नदियों को कानूनी अधिकार प्रदान करने सहित छह सूत्रीय मांगें रखी गईं।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कृषक सभा के दार्जिलिंग जिला सचिव झारेन राय, नक्सलबाड़ी प्रखंड कमेटी के सचिव इंद्रमोहन सरकार, सीपीएम नेता गौतम घोष सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। नक्सलबाड़ी प्रखंड में आदिवासियों की जमीन का नामांतरण और भू-अभिलेख बदले जा रहे हैं। साथ ही, मांजा नदी में अवैध रेत और पत्थर उत्खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है।
कृषक सभा ने आरोप लगाया कि यह सब भू-माफियाओं के संरक्षण में हो रहा है। कृषक सभा के जिला सचिव झारेन राय ने कहा कि यह ज्ञापन आम जनता को इन अन्यायों से बचाने के लिए सौंपा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भू-माफिया किसानों के खेतों के लिए जरूरी नालों को बंद कर रहे हैं, उनकी जमीन हड़पकर बाहरी लोगों को सौंप रहे हैं।
इसके चलते नदी से जुड़े दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं, लेकिन डंपरों में रेत और पत्थरों की तस्करी बदस्तूर जारी है। अगर मांगे नहीं मानी गईं तो होगा उग्र आंदोलन सीपीएम नेता गौतम घोष ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन हमारी मांगों को अनसुना करता है, तो आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
एक टिप्पणी भेजें